IOT (Internet of things) क्या है। computer में IOT कैसे काम करता है ?

 नमस्कार दोस्तों , आज आप  जानेगे की IOT या Internet Of Things क्या  है। साथ ही यह  देखेंगे की इससे क्या  फायदे  है और हम इसे किस तरह से सिख सकते है इसमें CARRIER के क्या ऑप्शन है। 



IOT क्या है ?




IOT (Internet of Things) क्या है:-                                                                                                                                          

                      इंटरनेट ऑफ़ थिंग्स (Internet of Things, IoT) एक तकनीकी प्रणाली है जिसमें विभिन्न डिवाइस और वस्तुओं को इंटरनेट के माध्यम से आपस में जोड़ा जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य यह है कि इन डिवाइसेस और वस्तुओं को डेटा साझा करने और आपसी संचार के माध्यम से संवाद करने की सुविधा प्राप्त हो। इससे वस्तुओं को स्वतंत्रता और स्वायत्तता के साथ डेटा साझा करने की क्षमता प्राप्त होती है, जिससे उन्हें और भी उपयोगी बनाया जा सकता है।

इसके माध्यम से, उपकरण और वस्तुएं ज्यादा समझदार बनते हैं, क्योंकि वे संग्रहित डेटा का उपयोग करके स्वयं को समीक्षा कर सकते हैं और अपने आपको बेहतर तरीके से प्रबंधित कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, एक अस्पताल में डेटा संग्रहित करने वाले सेंसर और उपकरणों का उपयोग करके डॉक्टर्स और नर्सेस को मरीजों की हालत को देखने और उन्हें बेहतर देखभाल प्रदान करने की सुविधा मिल सकती है।

इसके साथ ही, इंटरनेट ऑफ़ थिंग्स उत्पादकता, अधिक समृद्धि और अधिक अनुकूलित और सहज जीवन तक पहुँचने की संभावनाओं को भी बढ़ाता है। यह एक बड़ा और विस्तृत तकनीकी विषय है जिसमें संगठन, उद्योग, सरकार और व्यक्तिगत उपयोगकर्ताओं के बीच उत्पादक और वितरक के रूप में अनेक स्तरों पर शामिल होता है।

IOT (Internet of Things,)कैसे सीखे -

                       इंटरनेट ऑफ़ थिंग्स (Internet of Things, IoT) एक विशेष डोमेन है जिसमें डिजिटल डिवाइसेज़, सेंसर्स, नेटवर्क एंड कंप्यूटिंग सिस्टम, विभिन्न वस्तुओं और उपकरणों को आपस में कनेक्ट करने का अध्ययन किया जाता है। यह तकनीकी डोमेन काफी रोचक है और आप इसे निम्नलिखित तरीकों से सीख सकते है

1. ऑनलाइन विभागीय अध्ययन: आपको इंटरनेट पर विभिन्न ऑनलाइन पोर्टलों, संस्थाओं, और वेबसाइटों के माध्यम से मुफ्त और स्वतंत्र उपलब्ध सामग्री मिलेगी, जिनमें IoT के बारे में व्यापक जानकारी और अध्ययन सामग्री हो सकती है

2.Internet of Things (IoT) को सीखने के लिए निम्नलिखित कदमों का पालन करें: 1. **आधारिक ज्ञान प्राप्त करें**: IoT के बारे में आधारिक ज्ञान प्राप्त करने के लिए ऑनलाइन संसाधनों, वेबसाइटों, बुक्स, यूट्यूब वीडियो आदि का सहारा लें। 2. **प्लेटफ़ॉर्म्स का अध्ययन करें**: IoT प्लेटफ़ॉर्म्स जैसे कि Arduino, Raspberry Pi, ESP8266, और ESP32 को समझें और उनका उपयोग कैसे करें इसे सीखें। 3. **एक्टिवली लर्निंग**: अपने पास IoT डिवाइस लाएं और उनके साथ काम करें। यह आपको सीखने में मदद करेगा कि कैसे इन डिवाइसेज को सेटअप करें, प्रोग्राम करें, और उनका उपयोग करें। 4. **प्रोग्रामिंग सीखें**: IoT डिवाइसेज को प्रोग्राम करने के लिए कम से कम एक प्रोग्रामिंग भाषा जैसे कि Python, C++, या JavaScript का ज्ञान होना चाहिए। 5. **प्रोटोकॉल समझें**: IoT में डेटा को बेहतरीन तरीके से प्रेषित और प्राप्त करने के लिए प्रोटोकॉल्स के बारे में सीखें, जैसे कि MQTT, CoAP, और HTTP। 6. **विकास करें**: कुछ छोटे और मध्यम आकार के प्रोजेक्ट्स को शुरू करें। उन्हें अद्यतन करें, उन्हें सुधारें, और नए प्रोजेक्ट्स पर काम करें। 7. **समुदाय से जुड़ें**: IoT समुदाय के साथ जुड़ें, जैसे कि ऑनलाइन फोरम, सोशल मीडिया, और स्थानीय इवेंट्स में भाग लें। यह आपको नए आइडियों, समस्याओं, और समाधानों के बारे में जानकारी प्राप्त करने में मदद करेगा। इसके अलावा, नियमित रूप से नवीनतम तकनीकी विकासों और उपकरणों के बारे में अपडेट रहें, जिससे आप अपनी ज्ञान को अद्यतन रख सकें।


CARRIER option इन iot :- यह Method विंडोज 7,8 और 10 ,11पर काम करेगी).


IoT में 'carrier option' का मतलब विभिन्न उपकरणों या संचार माध्यमों के बीच संचार के लिए उपयोग किया जाने वाले तकनीकी प्रोटोकॉल्स और विधियों का है। यह व्यावसायिक और उदारीकृत उपयोगकर्ताओं को अपने IoT उपकरणों को अपने प्राथमिक नेटवर्क पर कैसे कनेक्ट करना चाहिए, इस पर निर्भर करता है।

कैरियर ऑप्शन का चयन उपयोगकर्ताओं के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है, क्योंकि वे अपने IoT प्रोजेक्ट की आवश्यकताओं और संचार क्षमताओं के आधार पर उपयुक्त तकनीकी विकल्प का चयन कर सकते हैं।

कैरियर ऑप्शन्स में कुछ प्रमुख तकनीकी प्रोटोकॉल्स और सेवाएं शामिल हो सकती हैं, जैसे कि 2G, 3G, 4G LTE, NB-IoT (Narrowband IoT), LTE-M (Long-Term Evolution for Machines), LoRaWAN (Long Range Wide Area Network), Sigfox, Zigbee, Bluetooth, Wi-Fi, आदि। उपयोगकर्ता की आवश्यकताओं और परियोजना के आधार पर ये विकल्पों में से कोई भी चुना जा सकता है।

चयन के दौरान, उपयोगकर्ताओं को नेटवर्क कवरेज, संचार की गुणवत्ता, बैटरी लाइफ, डेटा नीतियाँ, और लागत जैसे कई पारिश्रमिक परिस्थितियों का ध्यान रखना चाहिए।"

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