स्नैप पैकेजों की मदद से लिनक्स में साफ्टवेयर स्थापित करना हुआ आसान

मैं अपने लैपटॉप पर सॉफ़्टवेयर स्थापित करने के लिए अक्सर स्नैप पैकेजों का उपयोग करता हूं। वे बेहद उपयोगी हैं और मुझे लगता है कि इन्हे अधिक से अधिक लोगों को उनका उपयोग करना चाहिए। आज की इस पोस्ट में हम जानेंगे कि स्नैप पैकेज क्या हैं और उनका प्रयोग क्यों करना चाहिए?

लिनक्स स्नैप पैकेज क्या हैं?

स्नैप लिनक्स के लिए एक नया पैकेज मैनेजर है, जो Apt, rpm, yum, आदि का एक विकल्प है। मैं विशेष रूप से किसी एक डिस्ट्रो के विपरीत लिनक्स शब्द का उपयोग इसलिए कर रहा हूं क्योंकि स्नैप पैकेज कई वितरणों पर चलने के लिए डिज़ाइन किए जाते हैं। आप उबंटू, विभिन्न उबंटू फ्लेवर, डेबियन, एलिमेंट्री ओएस, फेडोरा, लिनक्स मिंट आदि पर स्नैप पैकेज स्थापित कर सकते हैं।

Linux snap package kya hai?
Linux snap package kya hai?

मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम जैसे एंड्रॉइड और आईओएस पर एप्लिकेशन कैसे इंस्टॉल किए जाते हैं, इससे प्रेरित होकर, स्नैप पैकेज मैनेजर का विकास किया गया। जिस प्रकार आप एंड्रायड या आईओएस पर प्ले स्टोर या एप स्टोर से साफ्टवेयर इंस्टाल कर लेते हैं, ठीक उसी प्रकार स्नैप पैकेज भी‌ स्नैप स्टोर से इंस्टाल किए जा सकते हैं।
उदाहरण के लिए यदि आप डाकर को स्नैप के माध्यम से स्थापित करना चाहें तो निम्नलिखित कमांड दें:
sudo snap install docker
यह कमांड उन सभी लिनक्स वितरणों में जो स्नैप पैकेजों का समर्थन करते हैं में डाकर को स्थापित कर देगा।

यह भी जाने।

स्नैप पैकेजों का उपयोग क्यों करें?

मुझे निम्न कारणों के कारण लगता है की आपको स्नेप पैकेज का उपयोग करना जरुरी है। 

स्वत: अपडेट होना

स्नैप पैकेज स्वचालित रूप से अपडेट होते हैं (हलांकि आप इसकी सेटिंग बदल सकते हैं)। यह आपको हमेशा नवीनतम संस्करण चलाने में सक्षम बनाता है। स्नैप पैकेजों में आपको पैकेज डिपेंडेंसी अर्थात पैकेजों पर निर्भरता को लेकर कभी कोई भी समस्या का सामना नही करना पड़ता।

सुरक्षा

स्नैप पैकेज उनके गैर-स्नैप समकक्षों की तुलना में बहुत अधिक सुरक्षित हैं। कैसे? जैसा कि मैने ऊपर बताया कि स्नैप पैकेज स्वचालित रूप से अपडेट होते रहते हैं। इससे विभिन्न सुरक्षा से जुड़े बग तेजी से सुधर जाते हैं। लेकिन एक महत्वपूर्ण बात यह है कि स्नैप पैकेज आपके सिस्टम के बाकी हिस्सों से अलग थलग रहता है। उसका अपना फाइल सिस्टम होता है। और वह मशीन के अन्य एप्लिकेशनों के साथ ज्यादा हस्तक्षेप नही करता है। यदि आपने कोई ऐसा एप्लिकेशन स्थापित भी कर दिया है जिसे दुर्भावना से बनाया गया है तब भी यह आपके आपरेटिंग सिस्टम के बाकी हिस्सों को प्रभावित नही कर सकता। हलांकि यह १००% सुरक्षा की गारंटी‌ नही है लेकिन फिर भी‌ स्नैप का प्रयोग करने से आपको बेहतर सुरक्षा मिलती है।

चैनल

सामान्य अवस्था में स्नैप आपको किसी भी एप के स्थिर (स्टेबल) संस्करण को स्थापित करने देता है। लेकिन यदि आप चाहें तो आप आसानी से नाइटली या बीटा चैनल (यदि एप में है) से भी एप स्थापित कर सकते हैं। आप जब चाहें चैनलों के बीच आगे और पीछे स्विच कर सकते हैं, इसमें बहुत लचीलापन है।

  डेवलपरों के लिए पैकेजिंग आसान है। 

यह आपके लिए क्यों मायने रखता है? कई मालिकाना हक वाले सॉफ़्टवेयर (और कुछ मुक्त स्रोत वाले भी) लिनक्स के लिए पैकेज प्रदान नहीं करते हैं। लिनक्स के ढेरों वितरण हैं। जिससे उन डेवेलपरों के लिए हर डिस्ट्रीब्यूशन के लिए पैकेज बनाना कठिन हो जाता है। स्नैप की मदद से डेवेलपर विभिन्न लिनक्स वितरणों के उपयोगकर्ताओं को लक्षित कर सकते हैं। और एक ही बार पैकेज बना देने पर उसे विभिन्न लिनक्स वितरणों में स्थापित किया जा सकता है। इसी वजह से विभिन्न सॉफ्टवेयर जैसे कि स्लैक, स्पॉटिफाई, स्काइप, विज़ुअल स्टूडियो कोड (वीएस कोड), डिस्कॉर्ड, आदि अब लिनक्स पर आसानी से उपलब्ध हैं।

आप उबुण्टू साफ्टवेयर सेंटर और स्नैप स्टोर में सभी स्नैप पैकेज प्राप्त कर सकते हैं। किसी स्नैप पैकेज के बारे में जानने के लिए टर्मिनल में snap info <snap-name> कमांड दें।


दोस्तों, आज हमने जाना की लिनक्स स्नेप पैकेज क्या है? और साथ में इसके क्या उपयोग है इसके बारे में भी चर्चा की उम्मीद करते है जानकारी आपको अच्छी लगी होगी और बहुत कुछ नया सीखने को मिला होगा आपको जानकारी कैसी लगी हमें Comment Box में जरूर बताये और दोस्तों के साथ में भी share करे।

धन्यबाद। 

 लेखक के बारे में:

अंकुर गुप्ता

पेशे से वेब डेवेलपर, वेबसाइटें और वेब एप्लिकेशनों के निर्माण का 10 वर्ष से अधिक का अनुभव। वर्तमान में ईपेपर सीएमएस क्लाउड का विकास और संचालन कर रहे हैं। कम्प्यूटर और तकनीक के विषय में खास रुचि। Linux, PHP, Yii, WordPress और React के जानकार. antarjaal.in पर लिनक्स, मुक्त स्रोत और कम्प्यूटर तकनीक के विषय में लेख लिखते रहते हैं।









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