Firewall क्या है और यह कैसे काम करता है?

Firewall क्या है? What is Firewall?

Firewall आपके कंप्यूटर में आपके कंप्यूटर में उपलब्ध आपके नेटवर्क का ही एक हिस्सा होता है जिसे आपके कंप्यूटर को इन्टरनेट या नेटवर्क के जरिये आपके कंप्यूटर से जुड़े अन्य computers से आने वाली कुछ अन्बांछित चीजो, घुस्पेठिये, मैलवेयर, वायरस आदि से बचाता है। फ़ायरवॉल का इस्तेमाल ज्यादातर इन्टरनेट चलाते बक्त किया जाता है ताकि आपके data और कंप्यूटर को चोरी और खराब होने से बचा सके।

Firewall क्या है
Firewall क्या है?

Firewall सॉफ्टवेयर के फॉर्म में यानी आपके कंप्यूटर में installed एक सॉफ्टवेयर भी हो सकता है या अलग से एक हार्डवेयर भी हो सकता है जिसे कंप्यूटर में अलग से लगाया गया हो। फ़ायरवॉल का असल काम यही है की अगर आप इन्टरनेट का इस्तेमाल कर रहे हैं तो वह इन्टरनेट से आने वाले ऐसे ट्रैफिक को जो अधिकृत नहीं है या कोई हैकर या रोबोट है तो उसे आपके कंप्यूटर में आने से रोक देता है जिससे की आपका कंप्यूटर सुरक्षित रहे।





Firewall का रियल वर्ल्ड उदहारण ले तो फ़ायरवॉल का मतलब एक ऐसी दिबार से है जो किसी आग सम्भाबित क्षेत्र में बनाई जाती है ताकि वह आग लगने पर आसपास के लोगो को बचा सके। उसी तरह यह हमारे कंप्यूटर में भी हमें बहार से आने वाली आग से बचाती ही है। Firewall की शुरुआत इन्टरनेट की शुरुआत की दिनों यानी 1980 के दशक की शुरुआत में ही कर ली गयी थी इसकी पहली पढ़ी "पैकेट फ़िल्टर" के नाम से बाजार में आई जो एक हार्डवेयर के रूप में आई थी उसके कुछ ही दिनों बाद इसकी दूसरी पढ़ी जिसे आ गयी जिसे "एप्लीकेशन लेयर firewall" नाम दिया गया जिसकी ख़ास बात यह थी की यह अलग-अलग protocols को भी पहचान सकता था।


इसके बाद सन 1989 में इसकी तीसरी पीडी आई जिसे "Stateful firewall" नाम दिया गया था सीमे बहुत ज्यादा ख़ास बातें तो नहीं थी लेकिन फिर भी इसमें काफी improvement हुए थे और इसी तरह इसके कई सारे version आते चले गए और आज हमारे पास बहुत ही पावरफुल firewall वो भी सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर दोनों के रूप में उपलब्ध है।


Firewall कितने प्रकार की होती हैं?


दोस्तों, फ़ायरवॉल की सामान्यतः दो प्रकार होते हैं जिनके बारे में हमने ऊपर भी जाना, Software firewall और Hardware firewall आइये इनके बारे में और बिस्तार से जाने।

1. Software Firewall

सॉफ्टवेयर Firewall एक बहुत ही कॉमन फ़ायरवॉल है और यह लगभग सभी के कंप्यूटर में होता है अगर आप एक windows या mac यूजर है तो इसको आपने अपने कंप्यूटर में पहले भी देखा होगा यह Windows और mac दोनों कंप्यूटर में पहले से ही इनस्टॉल रहता है लेकिन अगर आप इसे अलग से भी इनस्टॉल करना चाहते हैं तो कर सकते हैं आपको अपने लिए कई सारे पेड और फ्री firewall मिल जाएंगे लेकिन में तो आपको यही recommend करूँगा की आप अपना built इन फ़ायरवॉल ही इस्तेमाल करें और इसे समय समय पर अपडेट करते रहे क्यूंकि यह सच में काफी काम का होता है और कई तरह के मैलवेयर और अन्य malicious चीजों से बचाता है।

2. Hardware Firewall

Hardware Firewall भी काफी अच्छा और powerful firewall होता है इसे इसे भी आपको अलग से खरीदने की कोई जरूरत नहीं पड़ती क्यूंकि यह ज्यादातर राऊटर और मॉडेम में पहले से ही इनस्टॉल रहता है यह software firewall से इसलिए बेटर है क्यूंकि इसमें हम एक ही फ़ायरवॉल को एक से ज्यादा कंप्यूटर में इस्तेमाल कर सकते हैं आप जब भी अपने router या modem को अपने कंप्यूटर से कनेक्ट करते हैं आपके कंप्यूटर में फ़ायरवॉल enable हो जाता है और इन्टरनेट से आने वाले हर package को चेक करके देखता है यह आपके कंप्यूटर की network id से जुड़कर काम करता है और कोई भी malicious package मिलने पर उसे तुरंत ब्लाक कर देता है।


Firewall कैसे काम करती है?

ऐसे तो दोनों ही तरह की firewalls का काम करने का तरीका अलग-अलग होता है लेकिन फिर भी दोनों में काफी चीज़े समे है जैसे की दोनों ही फ़ायरवॉल इन्टरनेट से आने वाले packages पर और अगर इनमे कुछ malicious कंटेंट हुआ तो दोनों ही उस पैकेज को ब्लाक कर देती है।

hardware firewall कंप्यूटर की network id से कनेक्ट हो कर यह काम करती है और सॉफ्टवेयर firewall कंप्यूटर के अन्दर इनस्टॉल होकर काम करता है। Software firewall का एक और example यह है की जब भी आप इन्टरनेट से डाउनलोड की हुई चीज़े खोलते हैं या सॉफ्टवेयर इनस्टॉल करते हैं  तो आपके सामने एक dialog box खुलता है जिसमे उसके बारे में information होती है और साथ में बताया हुआ होता है की "This file has come from another computer" उस समय आपको yes पर क्लिक करके फ़ायरवॉल को permission देना पड़ता है।

एक firewall इन्टरनेट से आने वाली हर file, data और connection पर नज़र रखता है और अनअधिकृत  होने पर उसे ब्लाक करना जिससे की आपके कंप्यूटर और data सुरक्षित रहे और उन्हें कोई क्षति ना पहुचे। यह आपके कंप्यूटर के नेटवर्क से हमेशा जुदा रहता है फिर चाहे वो इन्टरनेट हो या लोकल नेटवर्क फ़ायरवॉल आपको हर जगह बचाता है।

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Conclusion


दोस्तों, यह बात तो आप जानते हैं की फ़ायरवॉल दो तरह के होते हैं लेकिन अगर आप सोच रहे हैं की दोनों में से अच्छा कौन है तो बता दू की दोनों ही तरह के firewalls की अपनी अपनी ख़ास बाते हैं जिस बजह से इनमे से किसी एक को बेटर नहीं बताया जा सकता और यहाँ पर यह भी कोई जरूरी नहीं है की आपके पास दोनों तरह के firewall हो इसलिए आपको यह बात जान लेनी चाहिए की आप अपने कंप्यूटर के लिए दोनों में से किसी भी तरह का फ़ायरवॉल इस्तेमाल कर सकते हैं।




Firewall हमें इन्टरनेट से आने वाले खतरों से तो बचाता ही है लेकिन साथ ही दुसरे networks से आने वाले खतरों से भी बचाता है लेकिन इसका मतलब यह नहीं की यह हमारे कंप्यूटर को हर तरह के खतरों से बचा लेता है इसके लिए तो आपको खुद बहुत सारी चीजों का ध्यान रखना होगा और अपने सॉफ्टवेयर और firewall दोनों को समय समय पर अपडेट करते रहना होगा।

धन्यबाद।

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